मसूरी-धनोल्टी में भारी बर्फबारी का आनंद बृहस्पतिवार को मुसीबत में तब्दील हो गया। मसूरी और आसपास के इलाकों में ही 300 वाहन फंस गए। टिहरी जिले में चंबा-धनोल्टी मार्ग बंद होने से करीब 300 पर्यटक धनोल्टी, काणाताल और आस-पास के क्षेत्रों में ही फंसे हुए हैं।
इन्हें बचाने के लिए दून से रवाना की गई पुलिस के वाहन भी मौके पर नहीं पहुंच पाए। दो थानों की पुलिस-प्रशासन ने मिलकर बमुश्किल इन वाहनों में फंसे पर्यटकों को सुरक्षित उनके होटलों तक पहुंचाया। उधर, मसूरी में दूसरे दिन भी नए वाहनों की एंट्री बंद रही।
बर्फबारी देखने का उत्साह उस समय मुसीबत में तब्दील हो गया जब मसूरी से लेकर दून तक जाम रहा। देर शाम तक मसूरी से पुलिस ने कुठालगेट से 10-10 कर वाहनों को रवाना किया। आलम ये रहा कि वहां से निकलकर वाहन दून पहुंचे तो यहां भी जाम लग गया। राजपुर रोड, दिलाराम चौक, घंटाघर, चकराता रोड, बुद्धा चौक, सर्वे चौक, क्रास रोड के अलावा हर तरफ जाम लग गया। मुख्य मार्ग बाधित हुआ तो वाहन चालक गलियों से निकलने का प्रयास किया। नतीजा यह हुआ कि मुख्य मार्गों से लगी गलियां तक चौक हो गई।
बुधवार को मसूरी में करीब नौ इंच तक बर्फबारी हुई। रात से ही पुलिस ने मसूरी में वाहनों की एंट्री बंद कर दी थी। बृहस्पतिवार की सुबह से छह जेसीबी लगाकर सड़क से बर्फ हटाने का काम शुरू किया गया। मसूरी के साथ ही प्रेमनगर पुलिस को भी बचाव अभियान में लगाया गया। पुलिस ने पर्यटकों के वाहन धकियाते हुए सड़क किनारे लगाए।
इसके बाद पर्यटकों को सकुशल उनके होटलों तक पहुंचाया गया। जेपी बैंड के पास ही नए पर्यटक वाहनों को रोक दिया गया। उधर, धनोल्टी से बाटा जाने वाला रास्ता फिलहाल पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
रास्ता बंद होने की वजह से उन्हें बाहर नहीं निकाला जा सका। एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि मसूरी के लिए अतिरिक्त फोर्स भेजी गई थी लेकिन रास्ते बंद होने की वजह से वह मौके पर नहीं पहुंच पाई।
मसूरी में नए वाहनों की एंट्री तो बंद थी लेकिन पर्यटकों का उत्साह चरम पर दिखा। किसी तरह मसूरी के पास तक पहुंचने वाले पर्यटकों ने चार-चार किलोमीटर पैदल चलकर बर्फबारी का आनंद लिया। आईटीबीपी के पास से लेकर पर्यटक मॉल रोड तक पैदल गए।